आपके प्लांट में कई मशीनें हैं। सभी मशीनें अपने ऊर्जा स्रोत के रूप में बिजली का उपयोग कर रही हैं। अब यह विद्युत ऊर्जा केबलों सें प्रवाहित होती है और केबल करंट का वहन करती है।
हर कंडक्टर में कुछ प्रतिरोध होता है और वह प्रतिरोध गर्मी पैदा करता है जो ऊर्जा की हानि होती है। हीटिंग के नुकसान, केबल के प्रतिरोध के सीधे आनुपातिक हैं और इसके माध्यम से बहने वाले करंट के वर्ग के सीधे आनुपातिक हैं। यदि केबल के करंट और प्रतिरोध में बेमेल है, तो हीटिंग के नुकसान में वृद्धि होगी और ऊर्जा वेस्ट हो जाएगी। इसके अलावा अगर करंट और केबल रेटिंग में बेमेल है, तो गर्मी का फैलाव कम होता है और केबल का तापमान भी बढ़ जाता है जो बदले में केबल को जला देगा।
अब एक केबल पर विचार करें जिसकी रेटिंग 20A अधिकतम है और यह वास्तव में इसके माध्यम से 15A का प्रवाह ले रही है। इस मामले में, गर्मी का उत्पादन कम होगा और केबल तापमान भी बनाए रखा जाएगा। अब मान लें कि यदि उस केबल से जुड़ी मशीन उस केबल के माध्यम से 30A करंट खींचने लगे, तो क्या होगा? गर्मी का उत्पादन अधिक होगा और गर्मी उत्पादन की तुलना में कम गर्मी का फैलाव कम होगा। इससे केबल का तापमान बढ़ना शुरू हो जाएगा और कुछ समय बाद केबल जल जायेगी।
इसलिए केबलों में गर्मी की इस अतिरिक्त उत्पादन सें बचने के लिए, केबल सें जाने वाले वर्तमान करंट के साथ केबल की रेटिंग से मेल खाना चाहिए।
शुभ लाभ !!
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